शबीउज़्ज़ामां
2014 के बाद से बाअज़ लोग बी जे पी की हरजीत के लिए उवैसी को ज़िम्मेदार ठहराते हैं। ये तजज़िया सही नहीं है । बी जे पी सिर्फ एक फैक्टर की वजह से नहीं जीत रही है । ये बात सही है कि मजलिस के उम्मीदवारों के सबब वोट तक़सीम होते हैं और बी जे पी को माहौल भी पोलारायज़ करने का मौक़ा मिलता है। लेकिन सियासत में वोट तक़सीम होना एक आम सी बात है और ये सभी पार्टीयों के सबब से होता है। मुस्लिम अक्सरीयती इलाक़ों में मुख़्तलिफ़ पार्टीयां मुस्लिम उम्मीदवार ही मैदान में उतारती हैं अगर मजलिस अपने उम्मीदवार ना भी उतारे तब भी वोट तक़सीम होते ही हैं।
जहां तक बात रही पोलारायज़ीशन की, इसके लिए बीजेपी उवैसी की मुहताज नहीं है। अगर उवैसी ना होंगे तो कोई और होगा। और कोई ना भी हुआ तब भी बीजेपी फ़र्ज़ी बुनियादों पर पोलारायज़ करने की सलाहीयत रखती है। इसलिए ज़रूरत है उवैसी केguilt complex से आगे निकल कर बीजेपी की जीत की सही वजूहात मालूम करने की है।
हम ना होते तो किसी और के चर्चे होते
ख़लक़ ए शहर तो कहने को फ़साने मांगे